What Does Shodashi Mean?
Wiki Article
The day is noticed with terrific reverence, as followers pay a visit to temples, offer you prayers, and participate in communal worship activities like darshans and jagratas.
This classification highlights her benevolent and nurturing facets, contrasting Using the fierce and moderate-fierce natured goddesses within the team.
पञ्चबाणधनुर्बाणपाशाङ्कुशधरां शुभाम् ।
प्राण प्रतिष्ठा में शीशा टूटना – क्या चमत्कार है ? शास्त्र क्या कहता है ?
सा नित्यं मामकीने हृदयसरसिजे वासमङ्गीकरोतु ॥१४॥
यत्र श्री-पुर-वासिनी विजयते श्री-सर्व-सौभाग्यदे
कैलाश पर्वत पर नाना रत्नों से शोभित कल्पवृक्ष के नीचे पुष्पों से शोभित, मुनि, गन्धर्व इत्यादि से सेवित, मणियों से मण्डित के मध्य सुखासन में बैठे जगदगुरु भगवान शिव जो चन्द्रमा के अर्ध भाग को शेखर के रूप में धारण किये, हाथ में त्रिशूल और डमरू लिये वृषभ वाहन, जटाधारी, कण्ठ में वासुकी नाथ को लपेटे हुए, शरीर में विभूति लगाये हुए देव नीलकण्ठ त्रिलोचन गजचर्म पहने हुए, शुद्ध स्फटिक के समान, हजारों सूर्यों के समान, गिरजा के अर्द्धांग भूषण, संसार के कारण विश्वरूपी शिव को अपने पूर्ण भक्ति भाव से साष्टांग प्रणाम करते हुए उनके पुत्र मयूर वाहन कार्तिकेय ने पूछा —
ब्रह्माण्डादिकटाहान्तं जगदद्यापि दृश्यते ॥६॥
Inside the pursuit of spiritual enlightenment, the journey commences Together with the awakening of spiritual consciousness. This initial awakening is very important for aspirants who're within the onset of their path, guiding them to recognize the divine consciousness that permeates all beings.
ह्रीङ्कारं परमं जपद्भिरनिशं मित्रेश-नाथादिभिः
हंसोऽहंमन्त्रराज्ञी हरिहयवरदा हादिमन्त्रार्थरूपा ।
Her role transcends the mere granting of worldly pleasures and extends to your purification of your soul, leading to spiritual enlightenment.
Her narratives normally emphasize her job during the cosmic fight towards forces that threaten dharma, thus reinforcing her position as a protector and upholder on the cosmic get.
स्थेमानं प्रापयन्ती website निजगुणविभवैः सर्वथा व्याप्य विश्वम् ।